नवयुवक मंगल दल के नेतृत्व में कंबल वितरण का किया गया आयोजन समाज सेवी आरबी यादव ने कहा मानव सेवा ही हमारा धर्म है।

चहनिया, महराजगंज – बुधवार को नवयुवक मंगल दल के नेतृत्व में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि समाजसेवी आरबी यादव और विशिष्ट अतिथि डॉ नदीम अशरफ की उपस्थिति में गरीब और निर्धन लोगों के बीच कंबल वितरण किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य ठंड के मौसम में जरूरतमंदों की मदद करना और समाज में जागरूकता फैलाना था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी आरबी यादव ने अपने संबोधन में कहा, “समाज के सभी लोगों को जाति और धर्म से ऊपर उठकर गरीबों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल जागरूकता बढ़ती है, बल्कि यह हर नागरिक को समाज सेवा के प्रति प्रोत्साहित भी करता है। हमारे पूर्वजों की परंपरा रही है कि हम मानवता की सेवा करें, और यह सेवा आगे भी जारी रहनी चाहिए।”
कार्यक्रम का आयोजन अत्यंत सफल रहा, जिसमें लगभग सैकड़ों गरीबों को कंबल वितरित किए गए। इस पहल के लिए नव युवक मंगल समिति ने स्वयं की कमेटी बनाकर अपने पैसे इकट्ठा कर सेवा कार्य करने का संकल्प लिया है। समिति के कार्यकर्ताओं में प्रमुख विजय यादव सोनू, मुकेश साहनी, बंटी सैनी, दिलीप यादव, प्रदीप शर्मा, मुरारी पाल, सत्यप्रकाश, और अशोक कुशवाहा का योगदान उल्लेखनीय रहा।
सामाजिक कार्यक्रमों का महत्व बताते हुए मानव खिदमत फाउंडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ नदीम अशरफ ने कहा, “समाज के प्रबुद्ध और राजनीतिक व्यक्तियों को इस प्रकार के कार्यक्रमों में आगे आना चाहिए। यह एक सामूहिक प्रयास है, और जब हम सब मिलकर काम करते हैं, तब बदलाव संभव है।”
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों में नसीम खान, मिठाई यादव, वकील यादव,सुनील यादव सोनी, फूग्गी, विक्की यादव, प्रदीप कुमार, जहीर, अजय चौरसिया, अरविंद यादव, अखिलेश यादव, अभय यादव पीके,पत्रकार मुलायम यादव हरदीप समेत अन्य क्षेत्रवासी शामिल रहे। इस अवसर पर सर्वजीत यादव ने कार्यक्रम का संचालन किया, जिससे आयोजन को और भी सफल बनाने में मदद मिली।
कंबल वितरण कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि मानवता की सेवा करना हमारा धर्म है। ठंड के इस मौसम में गरीबों के प्रति सहानुभूति और सहायता व्यक्त करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से न केवल जरूरतमंदों को राहत मिलती है, बल्कि समाज में एकजुटता और स्नेह का भाव भी विकसित होता है।निष्कर्षतः, मानव सेवा का यह महापर्व हमें यह सिखाता है कि जब हम सब मिलकर समाज की भलाई के लिए प्रयास करते हैं, तब समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना संभव है।युवा समाजसेवियों का यह प्रयास न केवल गरीबों के लिए बल्कि सम्पूर्ण समाज के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है।
