चंदौली में रोजगार सेवक वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर किया धरना प्रदर्शन।

खबर यूपी के जनपद चंदौली से है जिला मुख्यालय बिछिया धरना स्थल के पास ग्राम रोजगार सेवक वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने नगर में जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अंत में, उन्होंने कलेक्ट्रेट पहुंचकर एसडीएम न्यायिक को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।संगठन के जिलाध्यक्ष कन्हैया लाल ने बताया कि ग्राम पंचायतों में सहायक सचिव और विकास सहायक का पद सृजित कर ग्राम रोजगार सेवकों को समायोजित किया जाए, ताकि उनकी स्थिति में सुधार हो सके। उन्होंने मांग की कि प्रदेश सरकार रोजगार सेवकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दे।कन्हैया लाल ने कहा कि रोजगार सेवकों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए मानव संसाधन नीति (एआर पॉलिसी) का उचित निर्धारण होना चाहिए, जिसमें रोजगार सेवकों के लिए 24 हजार रुपये प्रतिमाह की व्यवस्था की जाए।


इसके साथ ही, उन्होंने मनरेगा के कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ग्राम रोजगार सेवकों के हटाने के लिए ग्राम सभा सदस्यों के दो तिहाई बहुमत के आधार पर प्रस्ताव की व्यवस्था की मांग की। उन्होंने मासिक मानदेय भुगतान के लिए पृथक बजट का प्रावधान और रोजगार सेवकों को भुगतान का डोंगल प्रथम हस्ताक्षरकर्ता के रूप में देने की भी मांग की।कन्हैया लाल ने यह भी कहा कि ग्राम रोजगार सेवकों का न्याय पंचायत स्तर पर स्थानांतरण की व्यवस्था लागू की जाए और मृतक आश्रित परिवार को सेवा प्रदान की जाए।इस दौरान संतोष कुमार पांडेय, रवि प्रकाश पांडेय, राम अवतार चौहान, मनोज गुप्ता, भावेश कुमार त्रिपाठी, भोलानाथ, संजीव बंसल, दिनेश गुप्ता, मुकेश कुमार जैसे अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे। धरना प्रदर्शन के दौरान सभी ने एकजुट होकर अपनी आवाज उठाई, चेताते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।