चंदौली में फर्म पर छापा:टेक्निकल ग्रेड यूरिया की आड़ में अनुदानित नीम कोटेड यूरिया का उपयोग,FIR दर्ज

चंदौली-प्रदेश के औद्योगिक इकाइयों में कृषि उपयोग हेतु अनुदानित नीम कोटेड यूरिया के दुरुपयोग की शिकायतों के बाद प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में चंदौली जनपद में जिलाधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग के निर्देश पर गठित टीम ने रामनगर स्थित मेसर्स अग्रवाल फाडर इंडस्ट्रीज पर छापा मारा।जांच दल में जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव तथा सहायक प्रबंधक, उद्योग विभाग शामिल थे। जांच के दौरान औद्योगिक इकाई में दिल्ली स्थित सप्लायर ROYAL TRADING (Vishwash Nagar, Shahdara) द्वारा आपूर्ति किए गए टेक्निकल ग्रेड यूरिया का एक नमूना लिया गया। प्रयोगशाला जांच में यह नमूना अमानक स्तर का पाया गया, जिसमें नीम ऑयल कंटेंट मौजूद था।गौरतलब है कि नीम कोटेड यूरिया का उपयोग केवल कृषि कार्यों हेतु अनुमन्य है, और इसे सब्सिडी के तहत वितरित किया जाता है। जबकि टेक्निकल ग्रेड यूरिया, जिसका उपयोग औद्योगिक उत्पाद निर्माण में किया जाता है, उसमें नीम आयल की मात्रा शून्य होती है।प्राप्त परीक्षण रिपोर्ट से स्पष्ट हुआ कि औद्योगिक इकाई द्वारा कृषि हेतु अनुदानित यूरिया का औद्योगिक उपयोग किया गया है। यह कृत्य उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत गंभीर उल्लंघन की श्रेणी में आता है।प्रशासन ने इस मामले में FIR दर्ज करते हुए आपूर्तिकर्ता ROYAL TRADING के विरुद्ध भी कार्रवाई शुरू कर दी है।
जिला प्रशासन ने जनपद की सभी औद्योगिक इकाइयों को निर्देशित किया है कि:यूरिया क्रय करते समय यह भलीभांति सुनिश्चित कर लें कि वह टेक्निकल ग्रेड हो और उसमें नीम कोटेड यूरिया की मिलावट न हो।नियमों की अनदेखी पर FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।साथ ही, जिलास्तरीय टीम को औद्योगिक इकाइयों का नियमित आकस्मिक निरीक्षण करते रहने तथा यूरिया के नमूनों की जांच के आधार पर विधिक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।