चंदौली में नौकरी के नाम पर 50 लाख की ठगी पीड़ित ने एसपी से लगाई न्याय के गुहार

चंदौली जिले के सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के देवरापुर गांव के मनीष यादव ने मंगलवार को पुलिस लाइन में एसपी आदित्य लांग्हे से मुलाकात की। मनीष ने पिछले साल 12 दिसंबर को कुछ लोगों के खिलाफ सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 50 लाख हड़पने के मामले से एसपी को अवगत कराया। बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं। ऐसे में पीड़ितों को पुलिस के कार्यशैली पर संदेह हो रहा हैं। एसपी ने मामले का संज्ञान लिया और जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।
पीड़ित मनीष यादव ने बताया कि देवरापुर के उमेश यादव के झांसे में आकर उसने बिहार प्रांत के पटना निवासी प्रशांत कुमार वर्मा को सरकारी नौकरी लगवाने के लिए 12 लाख रूपये दिए थे। इस प्रकार चार अन्य लोगों ने उमेश के झांसे में आकर 12-12 लाख रूपये प्रशांत के खाते में ट्रांसफर किया। लेकिन काफी समय गुजरने के बाद सभी चार लोगों को प्रशांत वर्मा के द्वारा फर्जी ज्वाइन लेटर दिया गया। इसी मामले में पिछले साल सकलडीहा कोतवाली में प्रशांत वर्मा और उमेश यादव के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ था। लेकिन पांच माह से अधिक समय गुजरने के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में असफल रही हैं। ऐसे में उन्होने पिछले दिनों वाराणसी में एडीजी और डीआईजी से मुलाकात करके पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया था। बताया कि डीआईजी के सुझाव के अनुसार एसपी से मिलने आया हू। एसपी ने लोगों को आश्वस्त किया कि पुलिस टीम मामले की जांच में जुटी हैं। जल्द ही सभी आरोपी सलाखों के भीतर नजर आएंगे।