प्रधान की मनमानी से आयुष्मान आरोग्य मंदिर बना दुश्वारियो का केंद्र,मरीजो को करना पड़ रहा है परेशानियों का सामना

चंदौली जनपद के चकिया क्षेत्र अंतर्गत बियासड़ गांव में स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर इन दिनों बदहाली का शिकार है। ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते यह स्वास्थ्य केंद्र आज खुद बीमार हालात में पहुंच गया है। मरीजों और चिकित्सा कर्मियों दोनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।मौसम की मार और जिम्मेदारों की अनदेखी ने हालात को और गंभीर बना दिया है। बारिश के मौसम में झाड़-झंकार की भरमार है, जिससे जहरीले जीव-जंतुओं का खतरा मंडरा रहा है। जगह-जगह गंदगी फैली हुई है, जो संक्रमण को निमंत्रण दे रही है। शौचालय व पानी की सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों और स्टाफ को खासा दिक्कत उठानी पड़ रही है।हैरानी की बात यह है कि ग्राम प्रधान के खाते में मरम्मत और रख-रखाव के लिए सरकार द्वारा दो लाख की राशि भेजी जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई कार्य नहीं कराया गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रधान ने जानबूझकर इस ओर ध्यान नहीं दिया, जिससे सरकारी योजना के अंतर्गत बना यह आरोग्य मंदिर अपनी उपयोगिता खोता जा रहा है।चिकित्सा कर्मियों ने कई बार मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि मरीजों को बेहतर सेवा दी जा सके। वहीं मरीजों ने भी चिकित्सा कर्मियों की निष्ठा और सेवा भावना की सराहना की है, लेकिन दुर्व्यवस्थाओं के कारण वे भी नाराज हैं।अब देखना यह है कि संबंधित अधिकारी और ग्राम प्रधान कब तक नींद से जागते हैं और इस आरोग्य मंदिर को दुश्वारियों से राहत दिलाते हैं।इस संबंध मुख्य चिकित्सा अधिकारी युगल किशोर राय ने बताया की मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि बियासड़ आरोग्य मंदिर में कुछ मूलभूत समस्याएं हैं जिसे शीघ्र ही स्थानीय स्तर के अधिकारियों से मिल कर आरोग्य मंदिर की समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा।