Chandauli News-टीईटी की अनिवार्यता के खिलाफ शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन,संयुक्त शिक्षक संघ ने सौंपा पत्रक

चंदौली जनपद के जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में संयुक्त शिक्षक संघ के बैनर तले सैकड़ों शिक्षकों ने टीईटी (TET) परीक्षा की अनिवार्यता के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मानव संसाधन विकास मंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
“पुनरीक्षण याचिका से नहीं, आदेश से होगा भरोसा”
शिक्षक नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीईटी अनिवार्यता को लेकर पुनरीक्षण याचिका दाखिल करने की बात कही है, लेकिन शिक्षकों का भरोसा तब तक बहाल नहीं होगा, जब तक मर्जर जैसे पुराने आदेशों को सरकार द्वारा रद्द नहीं किया जाता।
संघ के जिला संयोजक आनंद सिंह ने कहा कि –
> “सरकार को चाहिए कि संसद में कानून लाकर इस काले कानून को वापस ले। वरना लगभग 20 लाख शिक्षक और उनके परिवार भुखमरी की कगार पर पहुँच जाएंगे। कुछ आत्महत्या तक के लिए बाध्य हो सकते हैं।”
टीईटी अनिवार्यता पर उठाए सवाल
शिक्षकों का कहना है कि जब उन्हें सेवा में लिया गया था, उस समय वे सभी आवश्यक योग्यताओं और मानकों को पूरा कर रहे थे। टीईटी परीक्षा की नियमावली 2011 में लागू हुई, जबकि वे पहले से ही शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। अब वर्षों बाद सेवा के मध्य में उन्हें टीईटी पास करने के लिए बाध्य करना अनुचित है।
संघ के नेताओं ने कहा कि
> “अब उम्र और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच शिक्षक न तो पढ़ाई कर सकते हैं, न ही परीक्षा की तैयारी। ऐसे में यह नियम उनके लिए अभिशाप बन गया है।”
संघ ने दी चेतावनी
संयुक्त शिक्षक संघ ने चेतावनी दी कि यदि सरकार इस दिशा में जल्द फैसला नहीं लेती, तो आगे राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख शिक्षक नेता:आनंद सिंह (जिलाध्यक्ष, शर्मा गुट),यशवर्धन सिंह,प्रीति शर्मा एवं सैकड़ों की संख्या में शिक्षकगण उपस्थित रहे।
