चंदौली में पं. कमलापति त्रिपाठी जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि,स्मृति सेवा संस्थान द्वारा मूर्ति पर माल्यार्पण,वक्ताओं ने उनके योगदान को बताया प्रेरणास्रोत

चंदौली :पंडित कमलापति त्रिपाठी स्मृति सेवा संस्थान द्वारा आज भारत रत्न स्वतंत्रता सेनानी, वरिष्ठ पत्रकार, संविधान सभा सदस्य और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पं. कमलापति त्रिपाठी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर संस्थान के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें कृतज्ञता से नमन किया।
संस्थान के अध्यक्ष डा. नारायण मूर्ति ओझा ने कहा कि पंडित जी काशी की सांस्कृतिक परंपरा के ऐसे अप्रतिम प्रतिनिधि थे, जिन्होंने पत्रकारिता, साहित्य, राजनीति और समाजसेवा के क्षेत्रों में अमूल्य योगदान दिया। वह मात्र 15 वर्ष की आयु में स्वतंत्रता संग्राम में जेल गये और आजीवन गांधीवादी विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध रहे।
संयोजक धर्मेन्द्र तिवारी ने कहा कि पं. त्रिपाठी जी ने आज़ादी से पहले और बाद तक पाँच दशकों का प्रखर संसदीय जीवन जिया और प्रदेश तथा देश की राजनीति में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए कुशल प्रशासनिक क्षमता का परिचय दिया। वे भारतीय परंपरा और आधुनिकता के संगम थे, जिन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की पाँच पीढ़ियों के साथ निरंतर कार्य किया और कभी मुख्यधारा से अलग नहीं हुए।
धर्मेंद्र तिवारी ने यह भी बताया कि उनके परिवार का पंडित जी के साथ पीढ़ियों से आत्मीय संबंध रहा है। पंडित जी ने उनके पितामह स्व. पं. भगवान तिवारी जी को पुत्रवत स्नेह और प्रतिष्ठा दी, जिसके लिए उनका परिवार सदा ऋणी रहेगा।श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने पं. त्रिपाठी जी के जीवन और योगदान को प्रेरणास्रोत बताया और उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी, पीसीसी सदस्य डा. नारायण मूर्ति ओझा, गंगाप्रसाद, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप मिश्रा, जिला सचिव श्रीकांत पाठक, दिनेश यादव सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।