Chandauli News:श्री दुर्गा संस्कृत महाविद्यालय,सैयदराजा में राज्य सभा सांसद द्वारा 60 छात्र-छात्राओं को टैबलेट वितरित किया गया।

चंदौली जनपद के ऐतिहासिक एवं प्राचीन शिक्षण संस्थान श्री दुर्गा संस्कृत महाविद्यालय, छत्रपुरा सैयदराजा में दिनांक [तिथि उल्लेख करें] को एक गरिमामयी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राज्यसभा सांसद साधना सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में सहभागिता निभाई। इस अवसर पर महाविद्यालय के 60 छात्र-छात्राओं को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा में डिजिटल समावेशन की दिशा में संचालित योजनांतर्गत टैबलेट वितरित किए गए।
कार्यक्रम के अंतर्गत एम.ए., एम.एससी., एम.कॉम. और एम.एसडब्ल्यू. के कुल 60 विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए गए। इनमें एम.ए. के 40 छात्र, एम.एससी. के 5, एम.एसडब्ल्यू. के 13 तथा एम.कॉम. के 3 छात्र शामिल रहे। यह आयोजन शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ।
महाविद्यालय की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि यह संस्थान ब्रिटिश काल में 1916 में स्थापित हुआ था। वर्तमान में यह महाविद्यालय उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से संबद्ध होकर 112 पाठ्यक्रमों में पठन-पाठन संचालित करता है, जिसमें विशेष रूप से संस्कृत शिक्षा को प्राथमिकता दी जाती है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद साधना सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा शिक्षा को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय न केवल जिले की एक शैक्षिक धरोहर है बल्कि यह हमारे संस्कृतिक मूल्यों का भी संवाहक है। उन्होंने विद्यालय को प्रदेश एवं केंद्र सरकार से विशेष अनुदान दिलाने का आश्वासन देते हुए विद्यालय परिसर में हाईमास्ट लाइट तथा 200 मीटर सड़क निर्माण की घोषणा की।
सांसद ने अपने संबोधन में संस्कृत भाषा के महत्व पर विशेष बल देते हुए कहा कि यह भाषा भारतीय संस्कृति की आत्मा है और इसके संरक्षण एवं संवर्धन के लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत के विकास से भारत की वैश्विक पहचान मजबूत होती है।
इस अवसर पर कल्याणपुर ग्राम सभा के प्रधान गौतम तिवारी एवं विशाल तिवारी ने आगंतुकों का स्वागत किया और बताया कि यह महाविद्यालय न केवल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि ग्राम्य जीवन के समग्र विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि इसी प्रकार जनप्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त होता रहा तो ग्रामसभा और संस्कृत दोनों का विकास सुनिश्चित है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हरिओम हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. विवेक सिंह ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृत भारत की आत्मा है और इसके प्रचार-प्रसार से हिंदुत्व आधारित राष्ट्र निर्माण की दिशा में ठोस कार्य हो रहा है। उन्होंने संस्कृत शिक्षा को प्राचीन गौरवशाली भारत की पहचान बताया।
राम मनोहर तिवारी द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया। उन्होंने समस्त आगंतुकों एवं विशेष अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह महाविद्यालय हम सबकी एक सांस्कृतिक धरोहर है, जिसके संरक्षण हेतु सभी वर्गों को संकल्प लेना चाहिए।विद्यालय के प्रबंधक अश्विनी मिश्रा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि आप सभी की उपस्थिति से न केवल छात्रों को प्रेरणा मिली है बल्कि महाविद्यालय की गरिमा भी बढ़ी है। उन्होंने सांसद साधना सिंह का विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर विद्यालय के व्यवस्थापक दुर्गा दत्त तिवारी, संरक्षक विनय तिवारी, प्रधानाचार्य बंशीधर द्विवेदी, शिक्षक किरण पांडे, रजनीश पांडे, ज्योति पांडे, स्नेहलता सहित समस्त शिक्षण स्टाफ एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
इसके अतिरिक्त व्यापार मंडल अध्यक्ष राघव सिंह, पूर्व सभासद नामवर वर्मा, सभासद शिव वर्मा, उपाध्यक्ष सुरेश गुप्ता, रामकिशन यादव, अलगू यादव, सोनू यादव सहित नगर एवं ग्राम के अनेक गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की।इस प्रकार, यह कार्यक्रम न केवल डिजिटल सशक्तिकरण का प्रतीक रहा, बल्कि शिक्षा, संस्कृति एवं सामाजिक चेतना का एक सशक्त संगम भी सिद्ध हुआ।
