Chandauli News-6 वर्षों से न्याय के लिए भटक रहा पीड़ित शिक्षक परिवार अब भी अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही नहीं

चकिया (जनपद चंदौली)। तहसील चकिया के ग्राम रामपुर कला निवासी अंकित कुमार सिंह, जो वर्तमान में बेसिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश सरकार में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत हैं, ने जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी, उपमुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री, मंडलायुक्त सहित शासन के विभिन्न स्तरों पर लगभग 200 बार प्रार्थना पत्र देकर अपनी कृषि भूमि से संगठित अपराधियों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने की मांग की, परंतु अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।
पीड़ित ने बताया कि उनके द्वारा:
जनसूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत भी कई बार आवेदन किए गए, लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया।13 जुलाई को स्वयं उपजिलाधिकारी की उपस्थिति में पैमाइश हुई जिसमें अतिक्रमण की पुष्टि हुई, फिर भी कार्यवाही नहीं हुई।2 अगस्त एवं पुनः अगस्त माह में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात कर अतिक्रमण हटाने का अनुरोध किया गया, पर कोई कार्रवाई नहीं।18 अगस्त को पीड़ित ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से गोरखपुर जनसुनवाई में मिलकर आदेश दिलवाया कि अतिक्रमण हटवाया जाए। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद 20 अगस्त को जिलाधिकारी से मुलाकात हुई, लेकिन स्थिति जस की तस रही।26 अगस्त को पुनः जिलाधिकारी को आवेदन दिया गया, लेकिन फिर भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया।5 सितम्बर को मंडलायुक्त वाराणसी के अवकाश में न होने के कारण उनके आवास पर भी प्रार्थना पत्र दिया गया।
पीड़ित शिक्षक अंकित कुमार सिंह ने बताया कि:
“मेरे पिता जी डाक विभाग से सेवानिवृत्त डाक सेवक हैं, हमारा परिवार शिक्षित है और भारतीय संविधान में पूर्ण आस्था रखता है। लेकिन स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता और अपराधियों से मिलीभगत ने हमें मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से बहुत क्षति पहुंचाई है।”
क्या चाहते हैं पीड़ित-
- जिलास्तरीय एंटी भू-माफिया टीम गठित कर अतिक्रमण हटाया जाए।
- मुख्य विकास अधिकारी या अपर जिलाधिकारी स्तर से जांच कराई जाए, जिससे यह पता चले कि अब तक कार्यवाही क्यों नहीं हुई।
- परिवार को सुरक्षा दी जाए, क्योंकि अपराधी लगातार धमकियाँ दे रहे हैं।
- आरटीआई के तहत पूछे गए प्रश्नों का जवाब न देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
पीड़ित अंकित कुमार सिंह ने मांग की है कि:
“6 वर्षों से लगातार प्रार्थना पत्र देने के बावजूद यदि कार्रवाई नहीं हो रही है तो यह प्रशासनिक लापरवाही नहीं बल्कि संरक्षण की बू दे रही है। मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि अतिक्रमण तुरंत हटवाया जाए और परिवार को सुरक्षा दी जाए।”
6 वर्षों से न्याय के लिए भटक रहा पीड़ित शिक्षक परिवार अब भी अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही नहीं.



