जमीनी विवाद में विपक्षियों ने महिला को मारपीट कर बुरी तरह किया घायल पहुंची एसपी दरबार लगाई न्याय की गुहार।

खबर यूपी के जनपद चंदौली के चकिया थाना क्षेत्र से है जहां गरला गांव पीड़िता को थाना स्तर से न्याय नहीं मिला तो उसने अपने शोषण और प्रताड़ना का सबूत हाथों में लेकर अपनी बच्ची के साथ एसपी दरबार पहुंच गई। इस दौरान एसपी चंदौली आदित्य लांगहे ने पीड़िता की गुहार को सुना और यथाशीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। बता दें कि सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत मद्धुपुर गांव निवासिनी मामूल बेगम का निकाह वर्ष 2012 में चकिया थाना क्षेत्र अंतर्गत गरला गांव में हुई है। उसका पति बाहर मेहनत – मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता है।

एसपी ऑफिस पहुंची पीड़िता मामुल बेगम ने बताया कि सुसराल के परिजनों भसुर मोनू अली,जेठानी नफीसा बेगम, सास अनवरी बेगम और ननद तनु द्वारा लगातार जमीन संबंधी मामले को लेकर मारपीट और प्रताड़ित किया जाता रहा है। पूर्व में इन्हीं विवाद से संबंधित मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है। बताया कि 13 जनवरी को करीब 10 बजे जब मैं घर पर अकेली थी तो परिजनों ने मिलकर पूर्व में दर्ज मुकदमे को वापस लेने के लिए दबाव बनाने लगे, जब मैने इनकार किया तो उन्होंने मिलकर मुझे जमकर पिता और भसुर ने मेरे सर से बाल उखाड़ते हुए मेरे छाती पर चढ़ बैठे। मेरी बच्ची की चीख पुकार सुनकर लोगों ने मुझे अधमरा छोड़ा। सूचना देने पर डायल 112 की टीम पहुंची तो आरोपी मौके से भाग निकले। मामला थाना पहुंचा लेकिन कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। विपक्षियों ने मुझे घर से बेघर कर दिया है। बताया कि आज एसपी कार्यालय पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की गुहार लगाई हूं। हालांकि पूरे प्रकरण को सुनकर एसपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हालांकि अब देखना लाजिमी होगा कि एसपी के एक्शन के बाद चकिया पुलिस क्या कुछ कार्रवाई अमल में लाती है, या मामले को ठंडे बस्ते में डाल पीड़ित महिला की फरियाद अनसुनी कर दी जाती है।